Manzil Quotes In Hindi : नमस्कार,आज हम यह आर्टिकल में लेकर आये है manzil quotes in hindi दोस्तों मंजिल शब्द हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। आजकल की भाग-दौड़ में दुनिया में कोई भी किसी से पीछे रहना नहीं चाहता। क्योंकि सभी के जीवन का मकसद अलग-अलग होता है। इसलिये सबकी मंजिल भी अलग-अलग होती है। इसलिए हम आपके लिए यह आर्टिकल लेकर आये है

Manzil Quotes In Hindi
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रास्ते कहां ख़त्म होते हैं ज़िंदग़ी के सफ़र में, मंज़िल तो वहां है जहां ख्वाहिशें थम जाएं।।
ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल, मज़ा तो तब है कि पैरों में कुछ थकान रहे।।
एक रास्ता यह भी है मंजिलों को पाने का, कि सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का।।
ना मंजिल, ना मकसद, ना रास्ते का पता है, हमेशा दिल किसी के पीछे ही चला है।।
मिलना किस काम का अगर दिल ना मिले, चलना बेकार है जो चलके मंजिल ना मिले।।
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग साथ आते गये और कारवाँ बनता गया।।
मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब और हम औरो को रास्ता दिखाने में ही रह गये।।
दिल बिन बताएं मुझे ले चला कहीं, जहाँ तू मुस्कुराएँ मेरी मंजिल वहीं।।
सफ़र से इश्क करना सीखों, मंजिल तो कुछ पल की मेहमान है।।
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मंजिल मिल ही जायेगी भटकते-भटकते ही सही, गुमराह तो वो है जो घर से निकलते ही नहीं।।
रोक नहीं सकता कोई, मन से इतना कहना होगा, मंजिल को पाने के लिए कठिन रास्तों पर चलाना होगा।।
ऐसे चुप है कि ये मंजिल भी कड़ी हो जैसे,तेरा मिलना भी जुदाई की घड़ी हो जैसे।।
ठोकर खाने का सिलसिला अभी थमा नहीं है, लगता है मुझे अभी तक मेरा मंजिल मिली नहीं है।।
मेरी हर अदा का आइना तुझसे है, मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है, कभी दूर न होना मेरी जिन्दगी से मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है।।
मंज़िल का पता है न किसी राहगुज़र का बस एक थकन है कि जो हासिल है सफ़र का।।
गम में डूबी मेरी हर आहें है, मंजिल का पता नहीं और काँटों भरी राहें है।।
सफर खूबसूरत होता है, मंज़िल से भी ज़्यादा।।
अगर दिलकश हो रास्ता, फिर तो फिकर ही नहीं है, ना मिले मंजिल ना सही, फिर भी जिन्दगी हंसीं है।।
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार, होकर निराश मत बैठना ऐ मेरे यार, बढ़ते रहना आगे ही जैसे भी मौसम हो, पा लेती मंजिल चींटी भी गिर फिर कर कई बार।।
मंज़िल जुदा राहें जुदा फिर भी जुदा नहीं, वो चला गया पर क्यों मैं उससे ख़फा नहीं।।
ना किसी से कोई ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी मंजिल मेरी अपनी दौड़।।
कोई मंज़िल के क़रीब आ के भटक जाता है, कोई मंज़िल पे पहुँचता है भटक जाने से।।
जो तूफानों से डर जाओगे, तुम अपनी किश्ती को कैसे पार लगाओगे, डर के आगे जीत है जिस दिन तुम यह समझ जाओगे अपनी मंजिल तक खुद ही पहुँच जाओगे।।
इन उम्र से लम्बी सड़को को मंज़िल पे पहुंचते देखा नहीं बस दोड़ती फिरती रहती हैं हम ने तो ठहरते देखा नहीं।।
कब मिल जाए किसी को मंजिल ये मालूम नहीं, इंसान के चेहरे पर उसका नसीब लिखा नहीं होता।।
जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें लेकिन जहाँ से अपने न दिखें वो ऊंचाई किस काम की।।
मंजिल शायरी 2 लाइन
मंजिल तो मिल गई अब सफ़र कैसा, जब ख़ुदा तेरे साथ है फिर डर कैसा?।।
मिट्टी का तन है, क्या दिन रात सजाना, मिट्टी ही मंजिल, तन पर क्या इतराना।।
मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती हैं।।
किसी की सलाह से रास्ते जरूर मिलते है, पर मंजिल तो खुद की मेहनत से ही मिलती हैं।।
एक न एक दिन मंजिल हासिल कर ही लूँगा, ठोकरें जहर तो नहीं जो खाकर मर जाऊँगा।।
मंजिल मिले या ना मिले, ये तो मुकद्दर की बात है, हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात हैं।।
सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना, जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना, कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना।।
कभी उनको मिलती नहीं कोई मंजिल, बदलते है जो हर कदम पर इरादें।।
मुश्किलें जरूर है, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं, मंजिल से जरा कह दो, अभी पहुँचा नहीं हूँ मैं।।
हौसला मंजिल शायरी
मंज़िल मिले ना मिले ये तो मुक़द्दर की बात है,
पर हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात है।
रास्ते कहां ख़त्म होते हैं
ज़िंदगी के सफ़र में,
मंज़िल तो वहां है
जहां ख्वाहिशें थम जाएं
इंसान अगर ठान ले तो असंभव कुछ भी नहीं
असंभव शब्द का इस्तेमाल कायर करते हैं।
कामयाब होने के लिए अकेले
ही आगे बढ़ना पड़ता है,
लोग तो पीछे तब आते है
जब हम कामयाब होने लगते है।
बड़ा सोचो, जल्दी सोचो,
सबसे आगे सोचो, क्योंकि
विचारों पर किसी का भी एकाधिकार नहीं है।
ज़िन्दगी ठहरती नहीं किसी मुश्किलात से,
ज़रा मंज़िल को बताओ आ रहा हूं मैं शान से।
किसी अच्छे काम की शुरुआत करने के लिए
कोई भी वक्त बुरा नही होता है।
भगवत गीता में लिखा है
इंसान उतना ही बड़ा बन सकता है,
जितना बड़ा वह सोच सकता हैं।
हर किसी की क्षमता और कमजोरिया अलग होती है !
इसलिए ना किसी से अपनी तुलना करें
और ना किसी के जैसा बनने की कोशिश करें..
हर सफल लोगों में एक बात समान होती है,
वो हर हाल में बस अपनी मंजिल पाना चाहते हैं।
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