51+Kismat Emotional Status In Hindi | किस्मत शायरी | Free status

Kismat Emotional Status In Hindi : हेलो दोस्तों आज आपको यहाँ एक आँख खोल देने वाला सच बताता हूँ और वो यह है कि जब तक किस्मत कुछ नहीं कर सकती जब तक आप किसी कामियाबी को पाने के लिए संघर्ष नहीं करेंगे। मुझे पता है कि यह थोड़ा कड़वा सच है किस्मत तो सबकी होती है पर किसी की बहुत अच्छी तो किसी की बुरी होती है। आज का हमारा यह आर्टिकल इसी किस्मत शायरी के ऊपर निर्धारित है

Kismat Emotional Status In Hindi

Kismat Emotional Status In Hindi | Kismat Quotes In Hindi

कुछ भी किस्मत का किया धरा नहीं होता, कामियाबी से लेकर नाकामयाबी तक सब कर्मों का खेल है।
अगर आप सफलता पाने में असफल हो जाते हैं, तो इसमें आपकी क़िस्मत में नहीं अपितु मेहनत में कमी है।
क्यों लगता है तुझे की तेरा जीतना मुमकिन नहीं मुक़द्दर के बिना, अरे तू एक दफा खेल खेलकर दो देख।
जिन्होंने मौका ढूंढने की कोशिश भी नहीं की आज वो भी कहते फिरते है क़िस्मत ने हमे मौका नहीं दिया।
अपनी क़िस्मत की पूजा करना छोड़ दे, क्यूंकि तेरा काम तेरा मंदिर है वही तेरा काम बनाएगी और वही तेरा नाम बनाएगी।
माना की ज़िन्दगी में कुछ भी हो सकता है, पर बिना कुछ करे तो कुछ नहीं हो सकता है।
किस्मत को ताने मत कास की तुझ में कमी है, तू नहीं जीत पाया इस बार क्यूंकि तेरी कोशिश में कुछ कमी है।
क़िस्मत को मत पूज तू तो बस काम की इबादत कर, सब कुछ मिलेगा कोशिश कर ना बैठे-बैठे चाहत कर।
हाथों की लकीरें क्या बताएंगी कल क्या होगा, आज भी बैठा रहा जो तू सपने देखते तो तू सफल भी कल क्या होगा।
किस्मत की लकीरें अच्छी है ये कहा होगा तुमसे ज़रूर किसी ने, पर ये लकीरें दिखा कर कहीं काम नहीं बनता।
कमाना चाहता हूँ मशक्कत कर क्यूंकि, मैं ये नहीं सुन सकता की मैं क़िस्मत की खा रहा हूँ।
क़िस्मत में जो लिखा होगा वो तो बैठे-बैठे मिल जाएगा, पर जो तुझे चाहिए वो कभी बैठे-बैठे नहीं मिलेगा।
क़िस्मत की लकीरें काफी छोटी होती हैं आप इन पर चल कर दूर तक नहीं जा सकते हैं, अगर आपको दूर तक जाना है तो आपको मेहनत की सड़क पर चलना होगा।
किस्मत की लकीरों से चुराया था जिसे,
चंद लम्हों के लिए भी वो मेरा ना हुआ।
मुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा
भी काएदा हो,देर से किस्मत खुलने
वालो का दुगुना फायेदा हो.
दरिया तो बह रहा है मेरे घर के
पास से मगर किस्मत कही दूर
बैठी है लेकर आशाए साथ में.
किसी कशमकश में रहा होगा खुदा भी
जो उसने मुझे तो तेरी किस्मत में लिखा
पर तुझे मेरी किस्मत में नहीं लिखा।
किस्मत पर रोना मैंने छोड़ दिया,अपनी
उम्मीदों को मैंने हौसलों से जोड़ दिया।
किस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो
या नही पता नहीं,पर हाथों की लकीरों
पे तुम्हें हर रोज लिखता हूँ।
दिल टुटा इस कदर की धड़कना
भूल गया किस्मत अच्छी थी जो आपने
आकर मेरे दिल को थाम लिया.
किस्मत बुरी या मैं बुरा,इसका फैसला
न हुआ,मैं तो सबका हो गया,मगर कोई
मेरा न हुआ.
किस्मत को बेकार बोलने वालों
कभी किसी गरीब के पास
बैठकर पूछना जिंदगी क्या है.
कुछ तो लिखा होगा किस्मत में,
वरना आप हम से यूं ना मिले होते।
खुद में ही उलझी हुई है जो मुझे क्या
सुलझायेगी,भला हाथों की चंद लकीरें
भी क्या किस्मत बताएगी।
बिकने वाले और भी है जाओ जाकर
खरीद लो,हम कीमत से नहीं किस्मत
से मिला करते है।
क़िस्मत चले न चले पर अगर मेहनत चलती रही तो मंज़िल मिल ही जाएगी।
लकीरों के मायने नहीं ज़िन्दगी में तेरी ज़िद्द तुझे जीत दिलाएगी।
मत बैठ भरोसे क़िस्मत के, क्यूंकि किस्मत और गिरगिट में फ़र्क़ नहीं होता ये बदलते रहते हैं।
किस्मत के दरवाज़े पर खड़े रहने का कोई फायदा नहीं क्यूंकि उसकी चाबी आपके पास नहीं होती, इस से बेहतर है की हम अपना दरवाज़ा खुद बना लें।
भाग्य भाग जाता हैं आँखों के आगे से बस मेहनत कभी साथ नहीं छोड़ती।
वक्त और किस्मत पर कभी घमंड मत
करों,क्योंकि सुबह उनकी भी होती है
जिन्हें कोई याद नहीं करता है.
किस्मत भी उनका साथ देती है,
जिनमें कुछ कर गुजरने की
हिम्मत होती है।
मुझ में और किस्मत में हर बार बस
यही जंग रही,मैं उसके फैसलें से तंग
और वो मेरे हौसले से दंग रही।
तुम मिले तो यूँ लगा, हर दुआ कबूल
हो गयी, कांच सी टूटी क़िस्मत मेरी
हीरों का नूर हो गयी।
तेरी चाहत तो किस्मत की बात है मिले
या ना मिले, पर दिल को राहत जरूर
मिल जाती है तुझै अपना सोचकर।
बड़ा मुश्किल काम दे दिया किस्मत
ने मुझको,कहती है तुम तो सबके हो
गए अब ढूंढो उनको जो तुम्हारे है।
जब भी रब दुनिया की किस्मत में
चमत्कार लिखता है मेरे नसीब में
थोड़ा और इंतज़ार लिखता है.
लोग आस छोड़ कर अगर कुछ काम पकड़ लेते तो, आज सोच से भी ज्यादा उनके पास होता।
किस्मत के भरोसे बैठे देखते रहते हैं सपने लाख के, जो लाखों कमाते हैं उन्हें सोने का वक़्त नहीं मिलता।
किस्मत बदलने का इंतज़ार क्यों करना, मंज़िल तो चल कर जल्दी पहुंच सकते हैं।
किस्मत किस वक़्त बदलेगी यह कोई नहीं जानता, पर मेहनत कह कर पूरा वक़्त बदल देती है।
क़िस्मत के करतब ने इंसान को झमूरा बना रखा है, न जाने इंसान क्यों नहीं समझता इस किस्मत के खेल का वही मदारी है।
सपनों के महल बनते होंगे चुटकियों में, हकीकत में एक घर बनाने में ज़िन्दगी बीत जाती है।
जिन्हे शिकायत है खुदा से की उनकी क़िस्मत नहीं खुलती, बस एक दफा मेहनत की चाबी लगा कर तो देखो।
हर चीज़ पा लेता है मेहनत के दम पर, कर्मठ आदमी कभी क़िस्मत पर भरोसा नहीं करता।
किस्मत की कीमत मत लगाओ मेहनत का मोल तो अनमोल है।
कर्मठ इंसान करामात होने पर नहीं करामात करने में विशवास रखता है।
हुनर राजा होता है उसी के सर पर ताज होता है, जो कुछ कर दिखाने के के लिए क़िस्मत का मोहताज नहीं होता।
लकीरों का लिखा तो फकीरों को भी मिलता है, पर राजा वही बनता है जो अपनी तक़दीर खुद लिखता है।

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