61+Jarurat Quotes In Hindi | जरूरत खत्म शायरी | Free Status

Jarurat Quotes In Hindi : दोस्तों , किसी भी इंसान को जन्म लेने के लिए माता – पिता और कंदा देने के लिए चार इंसानो की जरुरत होती है हमे ऐसे विचार में नहीं रहना चाहिए की हमें किसी की कोई जरुरत नहीं है लेकिन जिंदगी में बहुत लोग ऐसे भी लोग होते हे जो हमारा बुरा सोचते है हमारी ज़िन्दगी की रफ़्तार में रुकाबट पैदा करते है ऐसे लोगो को हमारी ज़िन्दगी में आने की कोई जरुरत नहीं है ऐसे लोगो को हमें दिमाग से ही नहीं बल्कि ज़िन्दगी से भी दूर करना चाहिए | इसलिए आज हम जरुरत पर शायरी लेकर आये है उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आएगा |

Jarurat Quotes In Hindi

Jarurat Quotes In Hindi | jarurat shayari in hindi

बहुत बुरा लगता है ये देखकर कि
हमसे घंटो बात करने वाले के पास
आजकल हमारे लिए एक मिनट भी
नहीं है..!!
मोहब्बत की अदालत में
झूठी दलीलें पेश करने की..
तुम्हारे निगाहों की है जो हुकूमत..
शाम के चरागों की क्या है जरूरत..
जाइए अब कभी आपको परेशान नहीं करेंगे।
कितना भी दिल रोए मिलने की फरियाद
नहीं करेंगे। मुबारक हो आपकी जिन्दगी।
हम आपकी जिन्दगी अब बर्बाद नहीं
करेंगे। आप को
छिपाने की है जरूरत
जो ये चेहरा निखरा है..
शोर मचा था कल रात के
गलियों में चांद उतरा है!
रोती हुई आँखें
कभी झूठ नही बोलती
क्योंकि आँसू तभी आते है
जब कोई अपना दर्द देता हैै
रवाली पडे हैं मेरे हाथ देरव लो
कोई नहीं है आज मेरे साथ देख लो
मैंने जिन्सकी चाहत में लुटा दिया सब कुछ अपना
वो जाते-जाते कह गए… औकात देव लो…
बात तो वो किसी और से करते हैं
मुझे तो बस मूड ठीक करने और
गुस्सा दिखाने के लिए
रखा है…!
कटे-कटे से आप हमसे रहने लगे हो
ज़रूरत से ज्यादा दूर हो चुके हो..
ज़रूरत थी या मोहब्बत, जो ख़त्म हो गई
अब कौनसा कर्ज़ तुम चुकाने आए हो..
ये कैसा प्यार है तुम्हारा जो सिर्फ मेरे
लिए ही इतना सख्त है,
मुझे छोड़कर तुम्हारे पास हर किसी
के लिए वक्त ही वक्त है।
अपने दिल पर हाथ रख कर
कह दो कि तुम्हें नहीं है मोहब्बत..
ज़रूरत नहीं है अब
आपको दिखावा करने की..
हमारी मोहब्बत को आप
हमारी ज़रूरत समझ बैठे..
बीते हुए कल को आप
हमारा आज समझ बैठे..
हर किसी के सामने बेवफ़ाई का
इजहार करने की नहीं है जरूरत..
मिले जो ख्वाबो में हां वही दौलत हो
किस लिए देखती हो आईना,
तुम तो रब से भी ज्यादा खूबसूरत हो 🥰
कलम से हमारी अब
आतिशबाजी होती हैं..
ज़रूरत दर्द ए दिल की
लफ्ज़ों से पूरी होती हैं..
मुझे तुम्हारी जरूरत है ऐसे
जैसे धरती को बारिश की
और इस काया को सासों की
न कोई सीरत देखता है न कोई सूरत
हर कोई बस अपनी जरुरत देखता है।
मैंने उससे कहा मेरा क्या होगा
तेरे छोड़ने के बाद
उसने हँसकर कहा लावारिस
अक्सर मर जाया करते
कैसे बताऊं यारा मेरी धड़कन हो तुम,
दिल के करीब मेरी चाहत हो तुम..
कुछ भी जरूरत नहीं सजने की,
पहले ही इतनी खूबसूरत हो तुम..!
काश हम आपकी मोहब्बत
ना होकर बस ज़रूरत होते..
बस आपकी बातों का ही सहारा था
अफ़सोस के आपने वो भी छीन लिया..
ज़रूरत थी बस कुछ लफ्ज़ों की
आपने तो हर जरिया ख़त्म कर दिया..
इतनी आसानी से आप हमें
खुद से अलग तो न करते..
जिंदगी नहीं देती इजाजत
हमें कहीं भी रुकने की..
जरूरत नहीं किसी के
सामने कभी झुकने की..
नहीं है तुझ पर कोई भरोसा,
देख ली बेवफा तेरी चाहत..
आ जाएगा खुद-ब-खुद पास
जब उसे होगी मेरी जरूरत..
पर कभी-कभी प्यार हो या दोस्ती, सामने वाले को हमारी जरूरत ही नहीं होती या फिर उनकी जरूरत पूरी होते ही वो हमसे मुह मोड़ने लगते है या इग्नोर करने लगते है.
हमे इस बात को महसूस भी कर लेते है कि अब उस इन्सान को हमारी कोई जरूरत नहीं है.
मुझ में लगता है कि मुझ से ज्यादा है वो,
खुद से बढ़ कर मुझे रहती है जरुरत उसकी…
लाखो अदाओ की अब जरुरत ही क्या है
जब वो फिदा ही हमारी सादगी पर है❣️
मौत भी मुझे गले लगाकर
वापस चली गई
बोली तुम अभी नहीं मरोगे
प्यार किया है ना अभी और तड़पोगे
मिल गया है तुमको अग़र कोई
बेशक मुझे भूला देना,
लगे जरूरत अगर मेरी कभी
तो बस एक आवाज़ लगा देना
आपसे हमें इतना प्यार हो गया
की अब हमें सांसो की नहीं
बल्कि आपकी जरुरत हे
परवाह नहीं तुझको मेरी,
पसंद नहीं सूरत भी मेरी,
जान गया हूँ मै ये हकीकत तेरी ,
कि अब तुझे जरुरत नहीं मेरी |
अब हमें अकेले रहने की
ज़रूरत नहीं हैं..
ये तनहाई जो हैं,
साथ छोड़ती नहीं हैं..
खोया हूँ तेरे ख्यालों में पर
तेरी आँखों को अब मेरी जरुरत नहीं।
चाहता हूँ फिर लौट आओ तुम
मेरी बाँहों में
पर लौट आना वक़्त की आदत नहीं…
नफरत मत करना हमसे हमें बुरा लगेगा,
बस प्यार से कह देना तेरी जरुरत नहीं है…
तेरी आँखों से दूर जाने के भी लिए तैयार तो थे हम,
फिर इस तरह, नज़रें घुमाने की जरूरत क्या थी,
तेरे इक इशारे पर हम इल्जाम भी अपने सर ले लेते,
फिर बेवजह, झूठे इल्जाम लगाने की जरुरत क्या थी 💔
मुझको अब तुझसे मोहब्बत नहीं रही,
ए जिन्दगी तेरी भी अब जरूरत नहीं रही,
बुझ गए अब उसके इंतजार के दिए,
कही आस-पास भी उसकी आहट न रही।
“मुझे किसी की जरूरत नहीं” अहम् है बड़ा,
“सभी को है मेरी जरुरत” वहम नहीं इससे बड़ा।
एक सबक सीख आया हूँ जिन्दगी की किताब से,
लोग रिश्ते बदलते हैं जरुरत के हिसाब से ।
जब जरुरत थी तो मै हर किसी का था,
जब मुझे थी तो मेरा कोई ना था ।
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,
जिसकी जितनी जरुरत थी उसने उतना पहचाना मुझे।
जब होगी तेरी जरूरत तुझे पहचानेंगे लोग…
ये शहर है यहां ऐसे ही जान पहचान होती है…!!
जहाँ आपको ये लगे की आपकी जरूरत नहीं,
वहां चुपचाप से खुद को अलग कर लेना चाहिए।
अब कहाँ जरुरत है हाथों में पत्थर उठाने की​​,
​​तोड़ने वाले तो दिल जुबां से ही तोड़ दिया करते है…
रिश्तों से बड़ी जरुरत क्या होगी,
दोस्ती… से बड़ी इबादत क्या होगी,
जिसे दोस्त मिल जाये तुम जैसा अनमोल,
ज़िन्दगी से उसे और शिकायत क्या होगी…
ऐ ज़िन्दगी जा ढूढ़ कोई गुम गया है मुझ से,
अगर वो ना मिला तो तेरी भी जरुरत नही 💔
​मेरी तन्हाइयां करती हैं ​जिन्हें याद सदा,
उन को भी मेरी ज़रुरत हो ज़रूरी तो नहीं…
नफ़रत मत करना,
हमसे हमें बुरा लगेगा,
बस प्यार से समझा देना
तुझे मेरी ज़रूरत नहीं।

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