51+Apne Quotes In Hindi | अपनों पर शायरी | Free Status

Apne Quotes In Hindi : आज हम आपके लिए लेकर आये है दोस्तों जब आप जीवन में उदास या थका हुआ महसूस करते हैं तो आप अपने लोगो को याद करते होंगे इसलिए हम आपके लिए apne quotes in hindi,matlabi apne quotes in hindi,apne heart quotes in hindi,apnepan ka ehsaas quotes in hindi लेकार आये है आशा करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आएगा

Apne Quotes In Hindi

Apne Quotes In Hindi

एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी,
जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं,
और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं।
कमाल के हैं वो लोग
जो मुझे अपना बताते हैं,
दुआएं भी देते हैं और
झूठी कसमें भी खाते हैं।
जब इंसान को अपने अंदर झांकना आ जाये
तो वो दुसरो के एहसास को
समझने के काबिल हो जाता है
शीशे और रिश्ते दोनों नाज़ुक होते है
मगर इनमे एक फर्क ज़रूर होता है
शेष गलती से टूटता है और रिश्ता ग़लतफहमी से
अपनों के साथ वक़्त का पता नहीं चलता,
पर अपनों का पता चलता है वक़्त के साथ,
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, पर
अपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ।
मोहब्बत करके जब दिल टूट जाता है,
पल भर में ही अपनापन छूट जाता है
लोग अपने ढूंढने निकले है,
अपनो को पीछे छोडकर।
पल पल के रिश्ते का वादा है आपसे
अपनापन कुछ इतना ज़्यादा है आपसे
ना सोचना कि भूल गए हम आपको
ज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे
फिसल रहीं है सारी
खुशियाँ पलकों से भिगकर,
हर अपना बिछड़ रहा है
मुझसे एक एक कर।
ठहरती नहीं ज़िन्दगी
कभी किसी के बिना,
पर ये गुजरती भी
नही अपनों के बिना।
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं,
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता।
जरा सी बात पर बरसों के याराने गए,
मगर इतना तो हुआ कि कुछ लोग पहचाने गए।
अपने ही अपनों से करते है
अपनेपन की अभिलाषा
पर अपनों ने ही बदल रखी है
अपनापन छलके जिसकी बातो में,
सिर्फ कुछ ही लोग ऐसे होते है लाखो में
ख्वाब अक्सर पूरे होते हैं,
बस सपनों में जान होनी चाहिए,
अपने अक्सर खास होते हैं,
उनसे ही तो पहचान होनी चाहिए।
बिन बुलाए क्यों आ जाती है
मेरी जिंदगी में जुदाई,
मेरे अपनों के ही बीच
कर देती है मुझे पराई।
अक्शर अपने ही अपनो से
करते हे अपनेपन की अभिलाषा
पर अक्शर अपनो ने ही बदल दी हे
अपनो की इमायात ख़त्म नहीं होती
रिश्तों की महक दूरियों से कम नहीं होती
जीवन में अगर साथ हो अपनो का तो ये
ज़िन्दगी जन्नत से कम नहीं होती।
है मेरी जंग अपनों से,
नतीजा एक ही होगा,
जो हारूँ तो भी मैं हारूँ,
जो जीतूँ तो भी मैं हारूँ।
जिंदगी से हर कदम
पर लड़ तो जाता हूं मैं,
पर अपनों से हर
बार हार जाता हूं।
सो जा ऐ दिल कि अब
धुन्ध बहुत है तेरे शहर में,
अपने दिखते नहीं
और जो दिखते हैं वो अपने नहीं।
दुनिया से हम लड़ सकते हे
मगर अपनो से नहीं लड़ सकते
क्योकि अपनो के साथ मुझे
जितना नहीं हे बल्कि जीना हे।
कितना अजीब लगता हे जब
बादल हो और बरसाद न हो
जब मोहब्बत हो और प्यार न हो
और जब कोई अपना हो और साथ न हो।
इस ज़िन्दगी के सफर में
कुछ बेगाने अपने बन गये,
जो रिश्तों में थे अपने
वो अब बेगाने बन गये।
सब अपने छूट गये,
सारे रिश्ते टूट गये।
गैरों से क्या गिला करना
जब अपने ही अपने न रहे।
ज़िन्दगी मिली हे जीने के लिए
उसे खुलकर जीना सीखो
हर पल हर दिन खुश रहो क्योकि
तुमको खुश देखके हम भी खुश होते हे।
सुख और दुःख में हम – तुम
यु ही हर पल साथ रहेंगे
एक जन्म नहीं बल्कि सातों जनम
हम पति – पत्नी बन के आएंगे।
ना कोई मंजिल चाहिए हमें
और ना ही कोई पहचान चाहिए हमें
बस एक ही दुआ हे हमारी उस रब से
की अपनो के चहेरे पर हमेंशा मुस्कान चाहिए
कल अपनों से धोखा खाया
तो गैरों में चला आया,
हाय तोबा मेरी किस्मत
आज वो अपना बनने को आया।
ए हवा मेरे अपनो को पैगाम देना
खुशियों का दिन हँसी की श्याम देना
जो पढ़े इस मेरी शायरी को उसके
चहेरे पर मीठी सी मुस्कान देना।
हँसना और हँसाना आदत हे मेरी
हर कोई खुश रहे ये दुआ हे मेरी
चाहें कोई मुझे याद करे या न करे
लेकिन अपनो को याद करना आदत में मेरी
एसे ही नहीं बन जाते
गेरो से इतने गहरे रिश्ते,
कुछ ख़ालीपन तो
अपनों ने ही दिया होगा।
छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो,
भुला के सारे गम दिल से जियो,
उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,
अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो।
अल्फाज सिर्फ़ कानों तक पहुंचते हैं,
अपनों की खामोशी
अक़्सर रूह तक पहुंचती है।
रिश्तों में कभी मेरा भरोसा न टूटे
दोस्ती का साथ कभी मुझसे न छूटे
ए खुदा मुझे संभाल लेना गलती से पहले
कही मेरी गलती से मेरा कोई अपना न रूठे।
वो आजकल अपना होने का दावा करते हे
मुझे मालूम हे वो दिखावा करते हे
पीठ पीछे मेरी करते रहते हे बुराई और
मुँह पे वाह – वाह किया करते हे।
अपने अहम् को
थोड़ा-सा झुका के चलिये,
सब अपने लगेंगे
ज़रा-सा मुस्कुरा के चलिये।
आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले,
बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले,
मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे,
मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले।
मशहूर होना पर मगरुर न होना,
कामयाबी से नशे मे चूर न होना,
मिल जाए सारी कायनात आपको अगर,
इसके लिए कभी अपनो से दूर मत होना।
सब रंग हम्हारे अपने है
जैसे सुनहरे सपनें हैं,
पर उनको ही रास नहीं आता
जो कहते मेरे अपने हैं।
सो जा ए दिल की अब
धुंध बहुत हे इस शहर में
अपने जो दिखते नहीं और
जो दिखते हे वो अपने नहीं
कभी जो अपना कहते थे,
आज दूर से ही किनारा करते है।
हर वक्त वक्त को बदल देता हे
छोटे से जख़्म को नासूर कर देता हे
कौन चाहता हे भला अपनो से दूर होना
वक्त हर किसी को मजबूर बना देता हे।
वक्त निकालकर बातें किया करो
अपनो से क्या पता कल वक्त हो
कुछ अपने बेवक़्त हमें छोड़कर
हमसे दूर चले जाते हैं,
रहा नहीं जाता उनसे भी
अक़्सर सपनों में मिलने आते है।
कुछ यूँ भी मौत के मंज़र देखें है,
अपनों के हाथ में
ही जब खंजर देखें है।
आजकल अपने भी कह रहे हैं
कि ख़ुदग़र्ज़ इंसान हूं मैं,
उनको कौन समझाए आजकल
खुद में ही परेशान हूं मैं।
चुभ जाती हैं बातें कभी,
कभी लहजे मार जाते हैं साहब,
गैरों से ज्यादा हम
यहां अपनों से हार जाते हैं।
रिश्ते का ना होना
इतनी तकलीफ नहीं देता
जितना रिश्ते के होते हुए
एहसास का मर जाना देता है
जहा याद न आये आपनो की
वो तन्हाई किस काम की
बिगड़े रिश्ते न बने तो वो
खुदाई किस काम की
जाना हे मुझे अपनी मंजिल पर
मगर जहाँ से अपने न दिखे
वो मंजिल किस काम की।

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